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सदन के बाहर विपक्षी सांसदों का प्रदर्शन

संसदः हंगामे में बीता दिन, दोनों सदन स्थगित, विपक्षी सांसदों का प्रदर्शन

संसद के दोनों सदनों में छठा दिन भी हंगामे में बीता। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही आज सुबह 11 बजे जैसे ही शुरू हुई, बीजेपी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। जवाब में अडानी जांच के नारे लगे। दोनों सदन पहले दोपहर दो बजे तक स्थगित हुए। उसके बाद जब दो बजे सदन बैठा तो वही स्थिति रही। इसके बाद राज्यसभा को कल तक के लिए और लोकसभा को शाम तक के लिए स्थगित कर दिया गया। विपक्षी सांसदों ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया।

कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष ने राहुल गांधी को सदन में बोलने का अवसर देने की मांग की और सत्तारूढ़ बीजेपी ने उनसे उनकी लंदन टिप्पणी के लिए माफी की मांग की। तब लोकसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। दोपहर में सदन की बैठक में अनुदान मांगों पर चर्चा होनी है। लोकसभा अगर शाम को चली तो सरकार अनुदान मांगों को पास कराने पर जोर देगी।
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इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक जिस तरह इस सत्र मे अनिश्चितता जारी है, सत्तारूढ़ बीजेपी का कहना है कि बजट सत्र 6 अप्रैल तक "बिना किसी कामकाज और पूर्ण गतिरोध" के नहीं चल सकता है। यदि गतिरोध नहीं टूटा है, तो सरकार को उपाय खोजना होगा। पार्टी के एक सूत्र ने कहा कि चाहे गतिरोध खत्म न हो, इस सप्ताह बजट पारित करना ही होगा।
बहरहाल, संसद में हंगामा होने और कार्यवाही स्थगित होने पर विपक्षी सांसदों ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया।

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सत्र शुरू होने से पहले आज सुबह विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक की। इसके बावजूद गुरुवार सुबह और दोपहर की कार्यवाही सदन शुरू होने के 18 मिनट के भीतर स्थगित कर दी गई। इसी तरह लोकसभा की कार्यवाही शाम 6 बजे तक स्थगित कर दी गई।

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इससे पहले आज सुबह कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी और बाकियों ने अडानी मुद्दे पर चर्चा कराने का नोटिस देकर अपने इरादे पहले ही जता दिए थे। आज सुबह खड़गे ने अपने दफ्तर में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी। जिसमें अडानी मुद्दे को उठाने की रणनीति पर चर्चा हुई। उधर बीजेपी भी राहुल के लंदन वाले बयानों पर माफी की मांग पर कायम है।
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क़मर वहीद नक़वी
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