क्या जिस तरह से भारतीय लोकाचार और संस्कृति के अनुकूल देश में शहरों के नाम बदले जा रहे हैं उसी तरह से अब देश का नाम भी बदलेगा? यह सवाल अनूठा है, लेकिन एक व्यक्ति ने ऐसी ही अनूठी माँग रख दी है। उस व्यक्ति को लगता है कि संविधान में जो India शब्द इस्तेमाल किया गया है वह अंग्रेज़ों की ग़ुलामी का प्रतीक है और इससे वैसी राष्ट्रीय भावना पैदा नहीं होती है। उन्होंने माँग क्या रखी है, सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है और इसकी सुनवाई भी होनी है। मामला कितना बड़ा है, इसका अंदाज़ा इसी से लगता है कि ख़ुद मुख्य न्यायाधीश एस ए बोबडे इसकी सुनवाई करने वाले हैं। अब तक दो बार इस पर सुनवाई टल चुकी है। मंगलवार को भी सुनवाई टल गई है।
'इंडिया हटाकर देश का नाम भारत कर दो'
- देश
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- 2 Jun, 2020
क्या जिस तरह से भारतीय लोकाचार और संस्कृति के अनुकूल देश में शहरों के नाम बदले जा रहे हैं उसी तरह से अब देश का नाम भी बदलेगा? यह सवाल अनूठा है, लेकिन एक व्यक्ति ने ऐसी ही अनूठी माँग रख दी है।

मुख्य न्यायाधीश के छुट्टी पर होने के कारण 'इंडिया' शब्द को हटाकर और देश का नाम भारत करने की माँग वाली याचिका पर मंगलवार को सुनवाई नहीं हो सकी। फ़िलहाल, इसके लिए अगली तारीख़ तय नहीं हो पाई है। याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन जस्टिस ए एस बोपन्ना और जस्टिस ऋषिकेश रॉय की पीठ ने मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे की अनुपलब्धता के कारण सुनवाई को 2 जून के लिए स्थगित कर दिया था।