जिस 'घुसपैठिए' शब्द का इस्तेमाल गली-मुहल्ले और राजनीतिक रैलियों में कुछ नेता 'नफ़रत' फैलाने के लिए करते रहे हैं उसका इस्तेमाल शुक्रवार को लाल किले के प्राचीर से किया गया। भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनसांख्यिकी यानी डेमोग्राफी को बदलने की एक सोची-समझी साजिश की चेतावनी दी। उन्होंने इस मुद्दे को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए 'हाई पावर डेमोग्राफी मिशन' शुरू करने की घोषणा की। इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी और विपक्ष के बीच तीखी बहस छिड़ गई है।