प्रधानमंत्री मोदी ने इलेक्टोरल बॉन्ड को रद्द किए जाने के फ़ैसले को सही नहीं माना है। उन्होंने कहा है कि जब लोग इसके बारे में ईमानदारी से सोचेंगे तो वे पछताएँगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाचार एजेंसी एएनआई से विशेष साक्षात्कार में कहा कि फरवरी में सुप्रीम कोर्ट के एक ऐतिहासिक फैसले में चुनावी बॉन्ड को खत्म करना एक ऐसा फै़सला है, 'जब ईमानदारी से विचार किया जाएगा तो हर किसी को पछतावा होगा' और जिसने 'देश को पूरी तरह से काले धन की ओर धकेल दिया है'। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई चुनावी बॉन्ड योजना चुनाव अभियानों में आपराधिक गतिविधियों से बेहिसाब नकदी या धन और 'काले धन' के उपयोग से लड़ने के लिए थी। हालाँकि उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने कभी दावा नहीं किया कि यह उस लक्ष्य को पाने का एकमात्र तरीका था।