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पेगासस मुद्दे पर तूफान के बीच पीएम मोदी ने की भारत-इजरायल संबंधों की तारीफ़  

पेगासस मु्द्दे पर फिर से उठे तूफान के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-इजरायल संबंधों का बखान किया है। उन्होंने कहा कि भारत-इजरायल संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए नए लक्ष्य निर्धारित करने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग ने दोनों देशों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच संबंधों को लेकर एक वीडियो संदेश जारी किया है। उन्होंने इसे ट्विटर पर साझा भी किया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार देर शाम को यह बयान तब जारी किया जब सुबह ही भारत के अख़बारों में पेगासस पर एक ऐसी रिपोर्ट छपी जो मोदी सरकार को परेशान करने वाली है। यह रिपोर्ट सबसे पहले अमेरिका के प्रतिष्ठित अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने छापी। इसने अपनी एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि भारत सरकार ने 2017 में इजरायल के साथ हुई डिफेंस डील के तहत इस जासूसी सॉफ्टवेयर को खरीदा था।

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुलाई 2017 में जब इजरायल पहुँचे तब यह डिफेंस डील हुई थी और पेगासस स्पाइवेयर और मिसाइल सिस्टम इसके अहम बिंदु थे।

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अखबार अपनी रिपोर्ट में कहता है कि कुछ महीनों बाद इजरायल के तत्कालीन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू भारत आए और जून 2019 में भारत ने संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक परिषद में हुई एक वोटिंग में इजरायल के हक में मतदान किया। 

यह वह समय था जब दोनों देश भारत-इजरायल संबंधों को ऐतिहासिक बता रहे थे और दोनों देशों के बीच 'दोस्ती' में एक नया अध्याय क़रार दे रहे थे।

अब प्रधानमंत्री मोदी ने अपने वीडियो संदेश में दोनों के बीच ऐसे ही खुशनुमा संबंधों का ज़िक्र किया है। उन्होंने कहा कि इजरायल के साथ भारत की दोस्ती आने वाले दशकों में आपसी सहयोग के नए कीर्तिमान स्थापित करती रहेगी। 

प्रधनमंत्री ने कहा, ‘हमारे लोगों के बीच सदियों से घनिष्ठ नाता रहा है। जैसा कि भारत का मूल स्वभाव रहा है, सैकड़ों वर्षों से हमारा यहूदी समुदाय भारतीय समाज में बिना किसी भेदभाव के एक सौहार्दपूर्ण वातावरण में रहा है और पनपा है। उसने हमारी विकास यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।'

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उन्होंने कहा कि यह दिन हमारे संबंधों में महत्व रखता है क्योंकि 30 साल पहले दोनों देशों के बीच पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे। उन्होंने कहा कि 'दोनों देशों के बीच एक नया अध्याय शुरू हुआ था। यह एक नया अध्याय था लेकिन हमारे बीच का इतिहास सदियों पुराना है।' बता दें कि शनिवार को भारत और इजरायल के बीच कूटनीतिक रिश्तों के 30 साल पूरे हो गए हैं। 29 जनवरी 1992 को भारत ने इजरायल को पूर्ण मान्यता देते हुए तेल अवीव में अपना दूतावास खोला था।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज जब दुनिया में महत्वपूर्ण परिवर्तन हो रहे हैं, भारत इजरायल संबंधों का महत्व और बढ़ गया है। आपसी सहयोग के लिए नए लक्ष्य रखने का इससे अच्छा अवसर और क्या हो सकता है, जब भारत अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ इस वर्ष मना रहा है और इजरायल अगले साल अपनी स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ मनाने वाला है।' 

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क़मर वहीद नक़वी
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