दिल्ली यूनिवर्सिटी की अकादमिक परिषद ने शायर अल्लामा इकबाल के एक चैप्टर को राजनीति विज्ञान के पाठ्यक्रम से हटाने का प्रस्ताव किया है। अल्लामा इकबाल को पाकिस्तान में राष्ट्रीय कवि का दर्जा प्राप्त है। लेकिन अल्लामा इकबाल - ''सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा'' जैसी नज्म के लिए जाने जाते हैं। भारत की आजादी की लड़ाई के दौरान अल्लामा इकबाल ने अंग्रेजों के खिलाफ भारत के लिए अपनी कलम शायरी में चलाई।