सुप्रीम कोर्ट अवमानना मामले में 1500 से ज़्यादा वकीलों और बार एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के बाद अब अलग-अलग राजनीतिक दलों के कम से कम 21 नेताओं ने प्रशांत भूषण के प्रति समर्थन जताया है। उन्होंने बयान जारी कर इस पर निराशा जताई है कि न्याय देने में आ रही दिक्कतों और लोकतांत्रिक संस्थाओं में गिरावट को लेकर उनके दो ट्वीट पर अवमानना की कार्रवाई की गई। उनकी यह प्रतिक्रिया तब आई है जब 20 अगस्त को सज़ा सुनाई जानी है और इस दौरान प्रशांत भूषण के समर्थन में प्रदर्शन होने की संभावना है।