देश में फिलहाल 3 मई तक लॉकडाउन है। तेलंगाना में इसे 7 मई तक बढ़ाने का एलान कर दिया गया है। देश के बाक़ी हिस्सों में भी इसके बढ़ने के आसार हैं। ऐसे में भारत के मुसलमानों के सामने रमज़ान के दौरान इबादत का मसला खड़ा हो गया है। रमज़ान के पूरे महीने मुसलमान रोज़ा रखते हैं और सामूहिक इफ्तार का भी आयोजन होता है। रात को मसजिदों में तरावीह की विशेष नमाज़ पढ़ी जाती है। लेकिन देश में तेज़ी से फैलते कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन ने रमज़ान की इन रौनकों को फीका कर दिया है।