प्रियंका को लेकर क्या है मांगः पार्टी में प्रियंका के कट्टर समर्थक लोकसभा चुनाव में उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने से लेकर उपाध्यक्ष या फिर संगठन महामंत्री या महासचिव बनाने की मांग कर रहे हैं। प्रियंका गांधी के करीबी माने जाने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम तो खुलेआम कह चुके हैं कि अगले चुनाव के लिए यादव प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाए। किसी गैर कांग्रेसी नेता को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने से पार्टी को कोई फायदा नहीं होगा। पार्टी में चर्चा है प्रियंका गांधी को उपाध्यक्ष बनाया जाता है तो आरोप लगेगा कि गांधी परिवार पार्टी पर अपना वर्चस्व बनाए रखना चाहता है। लिहाजा यह भी चर्चा है कि प्रियंका के साथ पार्टी एक और वरिष्ठ नेता को उपाध्यक्ष बनाकर संतुलन बनाना चाहिए।
विधानसभा चुनावों में अहम भूमिकाः इस साल हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी प्रियंका गांधी को अहम जिम्मेदारी दी गई थी। उन्होंने करीब 30-35 विधानसभा सीटों का सघन दौरा करके महिला वोटरों को लुभाने में अहम भूमिका निभाई। इस साल के आखिर में होने वाले राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव में भी प्रियंका गांधी अहम भूमिका निभा रही हैं। हर राज्य में महिलाओं के लिए भत्ता और उनके लिए रोजगार की गारंटी का प्रियंका का फॉर्मूला असर दिखा रहा है। पार्टी को लगता है कि इससे उसे कई राज्यों के चुनाव जीतने में मदद मिल सकती है। महिला वोटरों को कांग्रेस की तरफ खींचने में प्रियंका गांधी एक बड़ी चुंबक की तरह काम कर रही हैं। हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में यह बात साबित हुई है। इसे देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे भी प्रियंका गांधी के कामकाज का दायरा बढ़ाना चाहते हैं।