भारत के आयुर्वेद मंत्रालय के एक हर्बल फॉर्मूलेशन आयुष-64 का संक्रमण के ख़िलाफ़ कोई लाभकारी प्रभाव नहीं है। यह नये शोध में दावा किया गया है। शोध भी एम्स यानी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ने किया है। आयुर्वेद मंत्रालय द्वारा आयुष-64 को हल्के और मध्यम कोविड संक्रमण के ख़िलाफ़ एक उपाय के रूप में प्रचारित किया गया और इसे क्लिनिकल प्रबंधन प्रोटोकॉल में शामिल किया गया है।
केंद्र की आयुष-64 दवा कोरोना में फायदेमंद नहीं: शोध
- देश
- |
- 19 Aug, 2021
एक शोध के अनुसार, भारत के आयुर्वेद मंत्रालय द्वारा हल्के और मध्यम कोविड संक्रमण के ख़िलाफ़ एक उपाय के रूप में प्रचारित और इसके क्लिनिकल प्रबंधन प्रोटोकॉल में शामिल एक हर्बल फॉर्मूलेशन का संक्रमण के ख़िलाफ़ कोई लाभकारी प्रभाव नहीं है।

एम्स जोधपुर के डॉक्टरों ने आयुष-64 और मानक इलाज प्राप्त करने वाले कोरोना रोगियों के बीच कोई अंतर नहीं पाया है। उनके अध्ययन में यह भी पाया गया कि फॉर्मूलेशन सुरक्षित था और इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं था।