वजाहत हबीबुल्ला ने कहा कि इसका कोई कारण नज़र नहीं आता कि सरकार को क़ानून में बदलाव करना पड़े। उन्होंने कहा कि इस क़ानून में किए गए संशोधनों को पास कराने के दौरान राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने संसद में चालाकी भरे जवाब दिए लेकिन उनके तथ्य बेहद कमजोर थे।