देश में लोगों के ऊपर कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है। कोविड महामारी के कई खराब असर में एक असर यह भी है। उसके बाद से देश में आम घरों पर कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है।लोग न केवल अधिक पर्सनल लोन ले रहे हैं बल्कि रोज़मर्रा का सामान खरीदने के लिए भी कई बार कर्ज लिया जा रहा है। पिछले तीन सालों में पर्सनल लोन लेने वाले लोगों की संख्या 75% बढ़ गई है। यानि पहले अगर 100 लोग लोन ले रहे थे तो अब 175 लोग कर्जे के नीचे दब गये हैं।
आम आदमी पर बढ़ा कर्जा, छोटे हुए नूडल्स और चिप्स के पैकेट!
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- 8 Apr, 2025
भारत खुद को कितनी भी बड़ी आर्थिक महाशक्ति बताए, उस आदमी से पूछे कि उसकी आर्थिक हालत क्या है। क्रेडिट कार्ड के उधार पर उसकी जिन्दगी चल रही है। लेकिन टीवी चैनलों पर शेयर और म्युचुअल फंड खरीदने की सलाह देने वाले आर्थिक विश्लेषक आम लोगों से असलियत छिपा लेते हैं।
