क्या आरएसएस से जुड़ी पत्रिका ऑर्गेनाइजर ने मस्जिदों के नीचे मंदिर ढूंढने वाले मुद्दे पर मोहन भागवत के बयान के विपरीत विचार रखा है? दरअसल, मंदिर-मस्जिद विवाद के फिर से उभरने पर मोहन भागवत की नाराजगी के कुछ दिनों बाद आरएसएस से जुड़ी पत्रिका के ताजा अंक में कहा गया है कि सोमनाथ से लेकर संभल और उसके आगे तक यह ऐतिहासिक सच्चाई जानने और 'सभ्यतागत न्याय' की लड़ाई है। ऑर्गेनाइजर के इस संपादकीय के बाद कहा जाने लगा कि क्या आरएसएस की पत्रिका मोहन भागवत के विचारों के विपरीत तर्क रख रही है? जब इस पर विवाद होने लगा तो अब ऑर्गेनाइजर ने सामाजिक सद्भाव पर आरएसएस प्रमुख के विचारों का समर्थन करते हुए एक बयान जारी किया है।