मोहन भागवत सोशल मीडिया पर ट्रेंड करते रहे। सोशल मीडिया यूज़र उन्हें 'ब्राह्मण विरोधी' बताकर उनसे माफी मांगने की मांग कर रहे हैं। अभी तक भागवत की ओर से माफी तो नहीं मांगी गई, लेकिन सफ़ाई ज़रूर जारी की गई है। यह सफ़ाई भी आरएसएस के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बयान जारी कर दी है। तो सवाल है कि संघ प्रमुख ने ऐसा कह दिया कि यह बयान जारी करना पड़ गया।
भागवत ने आख़िर पंडितों पर क्या बोल दिया कि हंगामा मच गया?
- देश
- |
- 29 Mar, 2025
पंडितों पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के एक बयान से हंगामा मच गया। आख़िर उनके बयान में ऐसा क्या था कि संघ को आज सफ़ाई देनी पड़ गई?

दरअसल, यह विवाद शुरू हुआ रविवार को एक कार्यक्रम में मोहन भागवत के बयान के बाद से। उन्होंने उस कार्यक्रम में मराठी भाषा में जाति व्यवस्था को लेकर उद्बोधन दिया था। उसको लेकर एएनआई और अन्य मीडिया रिपोर्टों में भागवत के हवाले से कहा गया था, 'जब हर काम समाज के लिए है तो कोई ऊंचा, कोई नीचा या कोई अलग कैसे हो गया? भगवान ने हमेशा बोला है कि मेरे लिए सभी एक हैं, उनमें कोई जाति, वर्ण नहीं है, लेकिन पंडितों ने श्रेणी बनाई, वो ग़लत था।' लेकिन इस बयान का आज खंडन आ गया। सफाई में क्या कहा गया, उससे पहले सुनिये भागवत ने क्या कहा। आरएसएस प्रचार प्रमुख ने ही वह वीडियो साझा किया है।