loader

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का निधन

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का 82 वर्ष की उम्र में सोमवार को निधन हो गया है। मुलायम सिंह यादव बीते कई दिनों से गुड़गांव में स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। मुलायम का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव सैफई में किया जाएगा।  

मुलायम सिंह की तबीयत बिगड़ने की खबर के बाद से ही उनके गांव सैफई सहित कई जगहों पर उनके जल्दी स्वस्थ होने की प्रार्थनाएं की जा रही थीं। मेदांता अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों की देखरेख में मुलायम सिंह यादव का इलाज चल रहा था। 

मुलायम की तबीयत बिगड़ने की सूचना पर कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके पुत्र और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को फोन कर सपा संस्थापक के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी। जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुलायम से मिलने मेदांता अस्पताल पहुंचे थे। 

Samajwadi Party supremo Mulayam Singh Yadav passes away - Satya Hindi

अनुभवी राजनेता थे मुलायम

मुलायम सिंह यादव बेहद अनुभवी राजनेता थे और वह तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहने के साथ ही रक्षा मंत्री भी रह चुके थे। वर्तमान में वह मैनपुरी से लोकसभा के सांसद थे और इससे पहले आजमगढ़ और संभल संसदीय क्षेत्रों से भी चुनाव जीत चुके थे। मुलायम सिंह यादव पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच नेताजी और धरती पुत्र के नाम से लोकप्रिय थे। 

Samajwadi Party supremo Mulayam Singh Yadav passes away - Satya Hindi

मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई गांव में हुआ था। मुलायम ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत समाजवादी नेता डॉ. राम मनोहर लोहिया के नेतृत्व में की थी। वह पहली बार 1967 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए थे और 8 बार विधायक का चुनाव जीते। साल 1975 में लगाए गए आपातकाल के दौरान मुलायम सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया गया था और वह 19 महीने तक जेल में रहे। 

मुलायम सिंह यादव ने 1992 में समाजवादी पार्टी का गठन किया था। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें