इसी को देखते हुए सेना ने फ़ैसला किया है कि 2025-26 से हर साल अग्निवीरों की भर्ती को बढ़ाकर क़रीब 1 लाख किया जाए। अगले तीन से पाँच साल में इसी रफ्तार से भर्ती करके मौजूदा 1.8 लाख की कमी को धीरे-धीरे पाटने और रिटायर होने वाले जवानों की जगह भरने की योजना है।