क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक ने जोधपुर सेंट्रल जेल से पहली बार संदेश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि वे लद्दाख में हालिया हिंसा के दौरान हुई चार मौतों की स्वतंत्र न्यायिक जांच का आदेश आने तक वह जेल में ही रहने के लिए तैयार हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम यानी एनएसए के तहत गिरफ्तार वांगचुक ने अपने वकील मुस्तफा हाजी और अपने बड़े भाई त्सेतन दोर्जे ले के माध्यम से यह संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने शांतिपूर्ण संघर्ष जारी रखने और गांधीवादी अहिंसा के मार्ग पर चलने की अपील की। यह बयान लद्दाख में छठी अनुसूची और पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को नई दिशा दे रहा है, जबकि उनकी पत्नी डॉ. गीतांजली अंगमो की सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर सोमवार को सुनवाई होनी है।
सोनम वांगचुक का जेल से संदेश- लद्दाख हत्याकांड की न्यायिक जाँच तक जेल में रहूँगा
- देश
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- 5 Oct, 2025
लद्दाख आंदोलन के नेता सोनम वांगचुक ने जोधपुर जेल से संदेश दिया है कि वे लद्दाख हत्याकांड की न्यायिक जाँच होने तक जेल में ही रहने के लिए तैयार हैं।

सोनम वांगचुक
जोधपुर जेल में वकील और भाई से मुलाकात के दौरान वांगचुक ने कहा, 'मैं शारीरिक और मानसिक रूप से ठीक हूं। सभी की चिंता और प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद। मारे गए चार लोगों के परिवारों को हार्दिक संवेदना और घायलों व गिरफ्तार लोगों के लिए प्रार्थनाएं।' उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा, 'हमारे चार लोगों की हत्या की स्वतंत्र न्यायिक जांच होनी चाहिए और जब तक ऐसा नहीं होता, मैं जेल में रहने को तैयार हूं।' वांगचुक ने एलएबी, केडीए और लद्दाख के लोगों के साथ एकजुटता जताते हुए कहा, 'मैं छठी अनुसूची और राज्य के दर्जे की संवैधानिक मांग के लिए दृढ़ हूँ। एलएबी जो भी कदम लद्दाख के हित में उठाए मैं पूरे मन से उनके साथ हूँ।'