‘खाद्य सुरक्षा के तहत आने वाले तमाम लोगों को 10 किलोग्राम खाद्यान्न सितंबर तक दी जानी चाहिए। इन लोगों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए इन्हें यह खाद्यान मुफ़्त मिलनी चाहिए।’
सोनिया गाँधी ने यह सुझाव भी दिया है कि अगले छह महीने तक 10 किलोग्राम मुफ़्त खाद्यान्न उन लोगों को भी दिया जाना चाहिए जो ख़ुद खाद्यान्न नहीं खरीद सकते, भले ही उनके पास राशन कार्ड न हो।