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लॉकडाउन : अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग छूट

लॉकडाउन में कुछ रियायतें देने के केंद्र सरकार के दिशा निर्देश के बाद अलग-अलग राज्यों ने अपने ढंग से इसमें छूट दी हैं। ये छूटें कुछ राज्यों में केंद्र के दिशा निर्देशों के अनुकूल हैं और कुछ में नहीं हैं। 

हरियाणा

हरियाणा सरकार ने उपायुक्तों से कहा है कि वे केंद्र के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए कुछ आर्थिक गतिविधियों की छूट दे सकते हैं। इसके साथ ही राज्य सरकार के सभी दफ़्तरों के खुलने की बात कही गई। 

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महाराष्ट्र

सभी ज़िले सील रहेंगे, ज़िले के अंदर लोग एक जगह से दूसरी जगह जा सकेंगे, पर दूसरे ज़िले या राज्य जाने की अनुमति नहीं होगी। कुछ ज़िलों में कुछ आर्थिक गतिविधियों की इजाज़त दी जाएगी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों से कहा है कि वे लॉकडाउन का पालन सख़्ती से करें। 

गुजरात

सौ से अधिक औद्योगिक ईकाइयाँ कामकाज शुरू करेंगी, कारखाने खोलेंगी और उत्पादन शुरू करेंगी। इनमें से ज़्यादातर लघु, सूक्ष्म व मझोले क्षेत्र की कंपनियाँ हैं। 

मध्य प्रदेश

कुछ जगहों पर सीमित आर्थिक गतिविधियाँ शुरू होंगी। इंदौर, भोपाल और उज्जैन में लॉकडाउन सख़्ती से लागू किया जाएगा। 

उत्तर प्रदेश 

राज्य सरकार ने 56 ज़िलों के मजिस्ट्रेटों से कहा है कि वे कुछ छूट दे सकते हैं। ये वे ज़िले हैं, जहाँ कोरोना संक्रमण के 10 से कम मामले पाए गए हैं। यहाँ कई चरणों में छूट दी जा सकती है। इसके अलावा 10 या उससे अधिक मामले वाले 19 ज़िलों के मजिस्ट्रेट ख़ुद तय करें कि उन्हें क्या करना है। 

केरल

केरल में गाड़ियाँ ऑड-ईवन के सिद्धान्त पर सड़क पर आ सकेंगी। पूरे राज्य को चार क्षेत्रों में बाँटा गया है। सरकार ने 88 हॉटस्पॉट में किसी तरह की छूट से इनकार किया है। 

तेलंगाना

तेलंगाना में 7 मई तक के लिए लॉकडाउन बढा दिया गया है। सभी धर्म के लोगों से कहा गया है कि वे धार्मिक स्थलों पर किसी तरह का सामूहिक आयोजन न करें। 

दूसरे राज्य

कर्नाटक के मुख्य सचिव टी. एम. विजय भास्कर ने कहा है कि 14 अप्रैल तक जैसा लॉकडाउन था, वैसा ही 21 अप्रैल की मध्य रात्रि तक रहेगा। तमिलनाडु सरकार विस्तृत रिपोर्ट लेने और उसके अध्ययन के बाद ही लॉकडाउन पर कोई फ़ैसला करेगी। 

बता दें कि भारत में बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 1,553 नये मामले मामले आए हैं, 36 लोगों की मौत हुई। देश में कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या बढ़कर 17,265 तक पहुँची। देश में अब तक 547 लोगों की मौत हुई और 2546 लोग पूरी तरह ठीक हो गए।

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क़मर वहीद नक़वी
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