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ओवैसी के दिल्ली आवास पर पथराव, दक्षिणपंथियों की हरकत?

दिल्ली में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के आवास पर रविवार शाम को पथराव किया गया। ओवैसी जब रात 11.30 बजे अपने घर पर आए तो घटना का पता चला। दिल्ली पुलिस आधी रात को उनके आवास पर पहुंची और सबूत जमा किए। हाल ही में दो मुस्लिम युवकों के हरियाणा में जिन्दा जलाने की घटना के बाद ओवैसी ने इस मामले को उठाया था। वो मेवात जाकर पीड़ित परिवार से मिले थे। उन्होंने इस घटना के मुख्य आरोपी मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की मांग की थी। दक्षिणपंथी ओवैसी के मेवात जाने और मोनू का नाम लेने से नाराज हैं। आरोप है कि इस घटना के पीछे दक्षिणपंथी तत्वों का हाथ है।

दिल्ली पुलिस ने कहा कि अज्ञात हमलावर दिल्ली में एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी के आवास पर पहुंचे और कथित तौर पर पत्थर फेंके, खिड़कियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना के बाद ओवैसी ने पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई। अपनी शिकायत में, ओवैसी ने आरोप लगाया कि कुछ अज्ञात "बदमाशों" ने उनके दिल्ली आवास पर पत्थर फेंके। ओवैसी का घर दिल्ली में अशोक रोड पर है। इसी इलाके में कई महत्वपूर्ण सरकारी दफ्तर हैं।

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घटना की सूचना के बाद, एक एडिशनल डीसीपी के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस की टीम ने उनके घर पहुंची और मौके से सबूत जमा किए। ओवैसी ने संसद मार्ग पुलिस स्टेशन में अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि "उपद्रवियों" के एक समूह ने उनके आवास पर पत्थर फेंके और खिड़कियों को क्षतिग्रस्त कर दिया।

ओवैसी ने कहा - मैं रात 11:30 बजे अपने घर पर पहुंचा। लौटने पर मैंने टूटी खिड़कियों के शीशे और चारों ओर पत्थर पड़े हुए पाए। मेरे घरेलू नौकर ने बताया कि बदमाशों के एक समूह ने शाम करीब 5:30 बजे घर पर पथराव किया था।
एआईएमआईएम प्रमुख ने यह भी कहा कि उनके आवास पर इस तरह का यह चौथा हमला है। ओवैसी ने कहा- यह चौथी बार है जब इस तरह का हमला हुआ है। मेरे घर के आसपास के क्षेत्र में पर्याप्त सीसीटीवी कैमरे हैं, और उनके जरिए इसका पता लगाया जा सकता है। दोषियों को फौरन पकड़ा जाना चाहिए। एक हाई सिक्योरिटी जोन में ऐसी बर्बर हरकतें हो रही हैं। दिल्ली पुलिस से ओवैसी ने कहा - फौरन कार्रवाई की जानी चाहिए और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

ओवैसी ने मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की मांग उठाई थी, इस पर दक्षिणपंथी समूहों ने नाराजगी जताते हुए ओवैसी के खिलाफ सोशल मीडिया पर बयानबाजी की थी। मोनू मानेसर के समर्थन में गुड़गांव में हिन्दू संगठनों द्वारा निकाली गई रैली में ओवैसी के खिलाफ भी नारे लगाए गए थे। बता दें कि पिछले हफ्ते भरतपुर के दो मुस्लिम युवकों को कथित गौ तस्कर बताकर उन्हें जिन्दा जला दिया गया था। राजस्थान पुलिस ने इस मामले में जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें मोनू मानेसर समेत चार लोग नामजद किए गए हैं। रिंकू सैनी नामक आरोपी की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। मोनू और बाकी मुलजिम फरार हैं। उन्हें तलाशने के लिए पुलिस छापे मार रही है। लेकिन मोनू मानेसर के समर्थन में बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद बयानबाजी करके उसे निर्दोष साबित करने में जुटे हैं।
सोशल मीडिया पर मोनू मानेसर के जो फोटो और वीडियो सामने आए हैं, उनमें वो कई केंद्रीय मंत्रियों, बीजेपी नेताओं और पुलिस अधिकारियों के साथ दिख रहा है। हथियारों के खुले प्रदर्शन का उसका वीडियो भी सामने आया है। जिनमें करीब 8-10 हथियार एक चलती हुई कार में दिखाई दे रहे हैं।
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ओवैसी पर पिछले साल यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भी हमला हुआ था। वो एक रैली से लौट रहे थे, उसी दौरान मेरठ रोड पर उनकी कार पर फायरिंग की गई थी। पुलिस ने उस मामले में जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, वो आरोपी हिन्दू संगठन से जुड़े हुए थे। बाद में जब आरोप जमानत पर बाहर आए तो कुछ हिन्दू संगठनों ने उनका सम्मान भी किया था।
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क़मर वहीद नक़वी
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