loader
जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती

भारत में सीरिया-पाकिस्तान जैसी नफरत, लोग बंदूक उठाने को तैयार रहते हैंः महबूबा

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को देश की मौजूदा स्थिति की तुलना पाकिस्तान और सीरिया से की और "हिंसा की घटनाओं" पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा, ''लोग बंदूकें उठा रहे हैं और एक-दूसरे को मार रहे हैं'', जो भारत ने अब तक नहीं देखा था।

इंडिया टुडे से एक इंटरव्यू में महबूबा ने कहा- "आप देख सकते हैं कि वे हर जगह कितनी नफरत फैला रहे हैं। आम लोग एक-दूसरे को मारने के लिए बंदूक उठाने के लिए तैयार हैं। यह कुछ ऐसा है जो हमने पाकिस्तान में देखा है। यह कुछ ऐसा है जो सीरिया में हो रहा है। वहां वे अल्ला हु अकबर चिल्लाते हुए लोगों को मार देते हैं। यहां हम जय श्रीराम कहकर हत्या कर रहे हैं। अब क्या अंतर है?''
ताजा ख़बरें
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इन हालात के लिए सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें देश को ऐसी स्थिति में लाने का भी आरोप लगाया, जहां "लोगों के पास एक-दूसरे को मारने के लिए बंदूकें हैं।"
हालांकि महबूबा मुफ्ती ने उम्मीद भी जताई कि "आखिरकार नफरत पर प्यार की जीत होगी।" उन्होंने कहा कि नफरत एक दिन हार जाएगी। लेकिन उसमें बहुत समय लगेगा। नफरत को मिटाने के लिए लोग काम कर रहे हैं लेकिन अतिवादी लोग तमाम रुकावटें डाल रहे हैं।
इंडिया गठबंधन पर टिप्पणी करते हुए पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, "यह गोडसे के भारत और गांधी, नेहरू और सरदार पटेल द्वारा देखे गए भारत के विचार के बीच की लड़ाई है। बीजेपी गोडसे का भारत बनाना चाहती है। मुझे लगता है कि इंडिया गठबंधन सही कारण के लिए लड़ रहा है। राहुल गांधी कट्टरता के खिलाफ इस लड़ाई का नेतृत्व करेंगे।“
उन्होंने भाजपा पर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य होने जा रहा है, क्योंकि इंडिया को न केवल भाजपा का सामना करना पड़ेगा, बल्कि प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय जांच ब्यूरो जैसी एजेंसियों का भी सामना करना पड़ेगा।"

देश से और खबरें
महबूबा मुफ्ती ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा, "वह केवल अतीत के बारे में बात कर रहे हैं, उन्होंने लोगों से जो वादा किया है उसके बारे में नहीं बता रहे हैं। वह देश के भविष्य पर चुप हैं।" जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द करने पर उन्होंने कहा कि "कश्मीर में सामान्य स्थिति एक मिथक है। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू को नुकसान हुआ है।"

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें