वरिष्ठ वकील त्रिदीप पैस नेकहा, "प्रदर्शन कैसे आयोजित किया जाएगा, इस संबंध में संदेश पोस्ट करने का आरोप मुझ पर नहीं लगाया गया है। मैंने केवल 5 संदेश भेजे हैं, मैंने प्रदर्शन स्थल के बारे में पूछे गए संदेशों का जवाब दिया है, एक संदेश तनाव कम करने के लिए भेजा है... मैंने किसी भी जुटान के बारे में एक भी संदेश पोस्ट नहीं किया है, चैट से मुझ पर कोई आरोप नहीं आता है। मैंने कुछ नहीं कहा, मुझे फंसाया गया है।"
बाकी को जमानत फिर उमर खालिद को क्यों नहींः अदालत से उमर खालिद ने अपने चार सह-आरोपियों जैसा व्यवहार करने की मांग की। उन सभी चार सह आरोपियों को जमानत मिल चुकी है। वकील पैस ने अदालत को बताया, "बाकी चार की तरह क्यों व्यवहार किया जाये, इसके लिए स्थितियां स्पष्ट हैं। अगर समान व्यवहार किया जाये तो मेरा मामला मजबूत है। मैं (उमर खालिद) खुरेजी में नहीं था, देवांगना वहां थीं और उन्हें जमानत मिल गई। नताशा, देवांगना और आसिफ इकबाल तन्हा पर उनसे अधिक भूमिका निभाने का आरोप लगाया गया है और उन्हें जमानत मिल गई है। फिर उमर खालिद का क्या कसूर है।"