भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और लंबे समय से लोकतांत्रिक आदर्शों का प्रतीक रहा है। वह राजनीतिक स्वतंत्रता, अधिकारों और भागीदारी के अवसरों का एक मजबूत ढांचा प्रदान करता था। लेकिन हाल के वर्षों में भारतीय लोकतंत्र का संकुचन होते होते उस स्थिति में पहुँच गया है जिसे "चुनावी लोकतंत्र" कहा जाता है। इस प्रकार के लोकतंत्र में, चुनावों पर जोर दिया जाता है, जबकि लोकतांत्रिक शासन की मौलिक बातें जैसे चेक एंड बैलेंस, जवाबदेही, पारदर्शिता और मौलिक अधिकारों की रक्षा पीछे छूट जाती हैं।
क्या चुनावी लोकतंत्र तक सीमित हो गया है भारत में लोकतंत्र?
- देश
- |
- 29 Mar, 2025
एक ग्लोबल थिंक टैंक वी डैम ने भारत के लोकतंत्र को मात्र चुनावी लोकतंत्र करार दिया है। उसका कहना है कि वाकई में भारत में लोकतंत्र खोखला होता जा रहा है। भारत को अब उदार लोकतंत्र की जगह चुनावी लोकतंत्र कहा जाना चाहिए। इस रिपोर्ट में और क्या है, जानियेः
