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बीजेपी क़ुरान या किसी भी धर्मग्रंथ में बदलाव के ख़िलाफ़: शाहनवाज़

क़ुरान से 26 आयतों को हटाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वाले शिया वक़्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी के मामले में एक दिलचस्प बात सामने आई है। सोशल मीडिया की ट्रोल आर्मी और दक्षिणपंथी विचारधारा का समर्थन करने वाले तो रिज़वी के साथ खड़े हैं जबकि बीजेपी ने रिज़वी के इस क़दम का विरोध किया है। कश्मीर के श्रीनगर में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने रिज़वी के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया है। 

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और बिहार सरकार में मंत्री सैयद शाहनवाज़ हुसैन ने मंगलवार को पीटीआई से कहा कि बीजेपी ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ है जो किसी भी धर्मग्रंथ का अपमान करते हैं। 

उन्होंने कहा कि बीजेपी क़ुरान या किसी भी अन्य धर्मग्रंथ में किसी भी तरह के बदलाव के ख़िलाफ़ है। हुसैन ने कहा कि रिज़वी को कोई हक़ नहीं है कि वे किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाएं। 

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श्रीनगर में भी प्रदर्शन

कश्मीर में बीजेपी से जुड़े मुसलिम समुदाय के लोगों ने श्रीनगर में रिज़वी के ख़िलाफ़ जोरदार प्रदर्शन किया। बीजेपी नेताओं मंजूर भट, अल्ताफ़ ठाकुर ने मांग की कि सरकार को रिज़वी के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ़्तार करना चाहिए। बीजेपी नेता आसिफ मसूदी ने कहा कि हम प्रधानमंत्री, गृह मंत्री से अपील करते हैं कि वे रिज़वी को सजा-ए-मौत दें। 

waseem rizvi quran petition in Supreme court - Satya Hindi

‘तनाव पैदा करने की कोशिश’

बीजेपी के राज्यसभा सांसद सैयद ज़फर इसलाम ने इस मामले पर एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि रिज़वी समाज में तनाव पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि रिज़वी ने आज़म ख़ान के साथ मिलकर वक़्फ़ की कई प्रॉपर्टियों का गबन किया है। उन्होंने कहा कि क़ुरान मुक़द्दस है और इसमें कोई फ़ेरबदल नहीं हो सकता। 

ज़फर इसलाम ने कहा कि रिज़वी को इसलाम के बारे में कुछ पता नहीं है और उन्हें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट उनकी याचिका को ख़ारिज कर देगा। 

रिज़वी को बताया राष्ट्रवादी

रिज़वी के समर्थन में दक्षिणपंथी विचारधारा वाले लोग खुलकर सामने आ गए हैं और इन लोगों ने ट्विटर पर  #मैं_वसीम_रिज़वी_के_साथ_हूँ ट्रेंड कराया है। अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा है कि रिज़वी को सुरक्षा देने की ज़रूरत है क्योंकि वह पक्के राष्ट्रवादी हैं। इन लोगों ने सवाल उठाया है कि अब अभिव्यक्ति की आजादी का सवाल कहां चला गया है। इन्होंने रिज़वी को सुरक्षा देने की मांग की है। 

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कई राज्यों में एफ़आईआर

उधर, सैयद वसीम रिज़वी के ख़िलाफ़ मुसलिम समुदाय का विरोध तेज़ होता जा रहा है। मुसलिम समुदाय के लोगों का कहना है कि रिज़वी किसी के इशारे पर इस तरह की हरक़तें कर रहे हैं। रिज़वी के ख़िलाफ़ बरेली के कोतवाली पुलिस थाने में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने को लेकर एफ़आईआर दर्ज कराई गई है। तेलंगाना, कश्मीर सहित कई अन्य राज्यों में भी रिज़वी के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कराई जा रही हैं और कई जगहों पर उनके ख़िलाफ़ प्रदर्शन हो रहे हैं। 

वहाबी मुसलमानों के बड़े इसलामिक इदारे दारूल उलूम देवबंद, बरेलवी मुसलमानों के इदारे दरगाह आला हज़रत की ओर से रिज़वी के इस बयान की मज़म्मत की गई है। शिया धर्मगुरू मौलाना कल्बे जव्वाद ने मांग की है कि वसीम रिज़वी को तुरंत गिरफ़्तार किया जाए। मुसलिम संगठन शियाने हैदर ए कर्रार ने भी रिज़वी के बयान की निंदा की है। 

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क़मर वहीद नक़वी
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