इससे पहले भी किसी बड़े मुद्दे के सामने आने पर जमीयत उलेमा-ए-हिन्द ऐसे जलसे आय़ोजित करती रही है। लेकिन वो जलसे दिल्ली में होते रहे हैं। देवबंद में जलसे के आय़ोजन के पीछे एक तरह की रणनीति भी है। देवबंद में दारुल उलूम भी है जो शिक्षा का बड़ा केंद्र है। देशभर के मुसलमानों की नजरें देवबंद पर होती हैं, इसलिए जलसे के लिए इस शहर को खासतौर पर चुना गया है।