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सीबीएसई के प्रवेश पत्र पर 'जी-20' का लोगो क्यों

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एक अहम फैसला लेते हुए और छात्रों के बीच इसके महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कक्षा 10 और 12 के छात्रों के परीक्षा प्रवेश पत्रों में भारत के जी20 प्रेसीडेंसी लोगो को जोड़ा है।
भारत ने 2023 के लिए जी-20 की मेजबानी हासिल की है। दिसंबर में होने वाली सरकारी स्तर की बैठकों के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। देश के अलग-अलग राज्यों में साल भर में इसकी 200 बैठकों का आयोजन किया जाएगा।
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सरकार की तरफ से इस संबंध में स्कूलों और उच्च शिक्षण संस्थानों के छात्रों को इसके महत्व के बारे में जागरुक करने और इससे संबंधित गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कहा है।
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के अनुसार सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि वे अपने दस्तावेजों और वेबसाइटों पर देश में मनाए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के लोगो को भी जोड़ेंगे। “पिछले साल, हमने भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए ‘आजादी का महोत्सव’ के लोगो का इस्तेमाल किया था। यह छात्रों को महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में जागरुक करने का तरीका है। जी-20 के लोगो को प्रवेश पत्रों में जोड़ना उसी मुहिम का हिस्सा है। G-20 की अध्यक्षता करना गर्व की बात है।
दिल्ली में सीबीएसई से जुड़े एक स्कूल की प्रिंसिपल ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि छात्रों को शिक्षित करना महत्वपूर्ण है, लेकिन केवल लोगो लगाने से उद्देश्य पूरा नहीं होगा। छात्रों को यह समझाने का लिए शिक्षकों को भी प्रयास करना चाहिए।"
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सरकार की तरफ से इस तरह से प्रचार के लिए हर लगातार प्रयास किये जाते रहे हैं। इससे पहले भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने पर अमृत महोत्सव का आयोजन किया गया था जिसके प्रचार के लिए हर जरूरी माध्यम का प्रयोग किया गया। उससे भी पहले कोरोना के समय भी सरकार की तरफ से खूब प्रचार किया गया। हालात यहां तक थे कि वैक्सीनेशन के सर्टिफिकेट तक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोटो छापे गये।
सीबीएसई के बोर्ड एक्जाम 15 फरवरी बुधवार से शुरु हो गये हैं। दसवीं के एक्जाम 21 मार्च तक जबकि बारहवीं के 5 अप्रैल को खत्म होंगे ।
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क़मर वहीद नक़वी
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