किसी भी संघर्ष में शायरी तब याद आती है, जब आप अपनी हताशा को नहीं छोड़ना चाहते। पहलवान विनेश फोगाट ने आज अपने दिन की शुरुआत ऐसी ही एक गजल की कुछ लाइनों से की है। पहले आप विनेश द्वारा ट्वीट की गई गजल की लाइनों को पढ़ें और आगे की बात बाद में।