देश की अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है। अर्थव्यवस्था के तमाम इंडीकेटर यही संकेत काफ़ी समय से देते रहे हैं, हालाँकि सरकार इसे लेकर तरह तरह के बहाने बनाती रही है। ताज़ा रिपोर्टों के मुताबिक़, मोटरगाड़ी उद्योग की हालत इतनी बुरी है कि पिछले दो साल में गाड़ी बेचने वाले सेक्टर को 2,000 करोड़ रुपये का नुक़सान हुआ है। इस दौरान 300 से ज़्यादा डीलरों को अपना कामकाज बंद कर देना पड़ा है और कम से कम 3,000 लोगों की नौकरियाँ चली गई हैं।
गाड़ियों की बिक्री गिरी, अर्थव्यवस्था में मंदी का एक और संकेत
- अर्थतंत्र
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- 19 Aug, 2019
दो साल में कारों की बिक्री में कमी के कारण कार बेचने के धंधे में लगे लोगों को 2,000 करोड़ रुपये का नुक़सान हुआ है 3000 से ज़्यादा लोग बेरोज़गार हो गए हैं। यह अर्थव्यवस्था की मंदी की ओर इशारा करता है।
