भारतीय ऑटो उद्योग दो दशकों के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। चालू वित्तीय वर्ष की पहली छमाही के दौरान इसका कामकाज बीते 20 साल में सबसे बुरा रहा है। इस मंदी की वजह से ही कई ऑटो कंपनियों ने अपने कामकाज में कटौती की है, कुछ ने शिफ़्ट कम कर दिए तो कुछ ने हर शिफ़्ट होने वाले काम में कटौती की, कुछ कंपनियों ने दो दिन पूरा काम बंद रखा।