दिल्ली दंगों की वजह से इसकी पूरी आशंका है कि विदेशी निवेशक अब भारत में निवेश करने से पहले गंभीरता से सोचें और अपने हाथ खींच लें। बिगड़ती अर्थव्यवस्था के बीच एक बात भारत के पक्ष में जाती थी और वह थी राजनीतिक स्थिरता। अब भारत इसका दावा भी नहीं कर सकता है। दिल्ली दंगों की वजह से भारत की छवि खराब हुई और इसका सीधा असर निवेश पर पड़ सकता है।