भारतीय रेल को लॉकडाउन के दौरान अपना कामकाज ठप रखने की वजह से तक़रीबन 9 हज़ार करोड़ रुपए का नुक़सान हुआ है। इसमें माल ढुलाई के मद में 8 हज़ार करोड़ और यात्री ट्रेनों के मद में लगभग 1,000 करोड़ रुपए का नुक़सान है।