बेरोज़गारी को लेकर हाल ही में आए आँकड़ों को लेकर केंद्र सरकार का यह कहना कि वह ड्राफ़्ट रिपोर्ट थी, पूरी तरह ग़लत है। अगर एक बार केंद्रीय सांख्यिकी आयोग रिपोर्ट को मंजूरी दे देता है तो यह फ़ाइनल होती है। यह कहना है केंद्रीय सांख्यिकी आयोग के पूर्व प्रमुख पीसी मोहनन का।
बेरोज़गारी के आँकड़े ड्राफ़्ट नहीं फ़ाइनल रिपोर्ट के थे, मोहनन ने कहा
- अर्थतंत्र
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- 9 Apr, 2019
एनएसएसओ की रिपोर्ट 5 दिसंबर को आई और आयोग ने इसे मंजूरी दे दी थी लेकिन इसके बाद भी इसे जारी नहीं किया जा रहा था। मोहनन ने दावा किया कि आयोग की उपेक्षा की जा रही थी।
