मुकेश अंबानी का रिलायंस समूह एक बार फिर विवादों में है। नीदरलैंड के जाँचकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि डच कंपनी ए हैक एन. एल. ने रिलायंस गैस ट्रांसपोर्टेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को  सामानों की आपूर्ति करने में बढ़-चढ़ा कर और ग़लत तरीके से बिल बनाया और इस तरह से 1.1 अरब डॉलर का घपला किया। इतना ही नहीं, उस कंपनी ने यह पैसा नियम क़ानूनों का उल्लंघन कर विदेश भेजा और सिंगापुर की कंपनी बायोमेट्रिक्स मार्केटिंग लिमिटेड के पास जमा रखा और यह कंपनी कथित रूप से रिलायंस समूह से जुड़ी हुई है। इस तरह रिलायंस पर बढ़ा-चढ़ा कर बिल बनाने, उससे कमाए पैसे को ग़लत तरीके से बाहर भेजने यानी मनी लॉन्डरिंग करने और एक दूसरी रिलायंस कंपनी में ग़लत तरीके से रखने के आरोप लगे हैं। इंडियन एक्सप्रेस ने यह ख़बर दी है।