भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संतुलन पहले से ही अमेरिका के पक्ष में है। टैरिफ के कारण भारत का निर्यात घटने से यह असंतुलन और बढ़ सकता है। इससे भारत को अपने व्यापारिक संबंधों को फिर से मजबूत करने की आवश्यकता होगी। संयोग से ट्रम्प ने यह घोषणा ऐसे समय की है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूएस की यात्रा करने वाले हैं। मोदी इस मुद्दे पर ट्रम्प से बात कर सकते हैं और भारत के लिए राहत पा सकते हैं।
ट्रम्प की टैरिफ नीति ने वैश्विक व्यापार में तनाव पैदा किया है। भारत को भी अन्य देशों के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने की आवश्यकता होगी ताकि वह अमेरिकी बाजार में होने वाले नुकसान की भरपाई कर सके।