क्या दुनिया की अर्थव्यवस्था बेहद बुरे दौर से गुज़र रही है? कम से कम विश्व बैंक ने तो ऐसी ही चेतावनी दी है। विश्व बैंक ने अपनी ताजा 'ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स' रिपोर्ट में कहा है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में 2025 में धीमी वृद्धि के संकेत दिख रहे हैं। वैश्विक जीडीपी वृद्धि दर को जनवरी में अनुमानित 2.7% से घटाकर अब 2.3% कर दिया गया है। यह 2008 की मंदी के बाद सबसे कम वृद्धि दर है। दशक की वृद्धि दर के मामले में इससे भी बड़े ख़तरनाक हालात के संकेत मिले हैं।
दुनिया की अर्थव्यवस्था ख़तरे में? 1960 के बाद इस दशक में होगी सबसे धीमी चाल
- अर्थतंत्र
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- 11 Jun, 2025
विश्व बैंक ने वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2.3% तक गिरने का अनुमान जताया है। इसके लिए ट्रंप की टैरिफ़ नीतियाँ कितनी ज़िम्मेदार? जानिए इसका भारत की अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा।

रिपोर्ट है कि वैश्विक जीडीपी वृद्धि 2020 के दशक में 2027 तक औसतन केवल 2.5% रहने की संभावना है। यह 1960 के दशक के बाद से किसी भी दशक की सबसे धीमी गति है। तो सवाल है कि ऐसी बदतर स्थिति किन वजहों से हो रही है? क्या ऐसी धीमी वृद्धि का एक प्रमुख कारण अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ़ नीतियाँ व व्यापार नीतियाँ हैं? क्या ऐसे वैश्विक हालात का असर भारत पर नहीं पड़ेगा?