अनुच्छेद 370 में बदलाव के 42 दिन बाद भी न तो सामान्य स्थिति बहाल हुई है और न ही लोगों में गिरफ़्तारी का ख़ौफ़ कम हुआ है। पहले से जो गिरफ़्तार हैं उनकी रिहाई का तो कुछ पता है नहीं, अभी भी गिरफ़्तारियाँ जारी हैं। हालाँकि पुलिस आधिकारिक रूप से संख्या नहीं बता रही है कि पूरे राज्य में अब तक कितने लोगों की गिरफ़्तारियाँ हुई हैं। मीडिया रिपोर्टें हैं कि क़रीब 4500 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। परिजन यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्हें कहाँ रखा गया है और कैसे हालात में हैं। गिरफ़्तार लोगों के बार में इसलिए भी पता नहीं चल पा रहा है कि कुछ को जम्मू तो कुछ को उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा की जेलों में रखा गया है।