जम्मू-कश्मीर के 6 राजनीतिक दलों के समूह का राज्य की राजनीति पर क्या असर पड़ेगा और वे दल केंद्र पर कितना दबाव डाल पायेंगे, यह अभी निश्चित रूप से कहना मुश्किल है। पर यह साफ़ है कि उन्होंने एक साथ चलने और अहम मुद्दों पर सामूहिक निर्णय लेने का मन बना लिया है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने कहा है कि भविष्य में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में उनका दल भाग लेना या नहीं, इसका फ़ैसला सामूहिक रूप से ही किया जाएगा।
