कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे गुलाम नबी आजाद ने अपने अगले कदम का एलान कर दिया है। आजाद ने कहा है कि वह गृह राज्य जम्मू-कश्मीर में अपनी पार्टी का गठन करेंगे। जम्मू-कश्मीर में कुछ ही महीनों के अंदर विधानसभा के चुनाव होने हैं और ऐसे में आजाद की पार्टी निश्चित रूप से विधानसभा चुनाव में उतरेगी।
गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर में क्या किसी चुनावी दल से गठबंधन करेंगे या फिर अकेले चुनाव मैदान में उतरेंगे? क्या इससे कांग्रेस को नुकसान होगा?

गुलाम नबी आजाद के जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में उतरने से निश्चित रूप से राज्य के सियासी समीकरणों पर असर पड़ेगा।
गुलाम नबी आजाद ने यह बात इंडिया टुडे से कही। उन्होंने बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को पूरी तरह खारिज कर दिया।