जम्मू और कश्मीर के नेताओं की केंद्र सरकार के साथ सर्वदलीय बैठक का होना अपने आप में चमत्कार से कम न था। जिस गुपकार को ‘गैंग’ बताया गया था उसे ही बैठक में बुलाया गया था। आमंत्रित दल 8 थे और नेता 14। सबको अलग-अलग निमंत्रण था। सर्वदलीय बैठक होती तो पार्टी को न्यौता जाता। इसलिए यह सर्वदलीय बैठक थी या कि ‘गैंग’ के 14 सदस्यों से मुलाकात- इस पर बात होती रहेगी।
जम्मू-कश्मीर बैठक: ‘गैंग’ नहीं रहा गुपकार, नहीं उठी 370 की बहाली की मांग
- जम्मू-कश्मीर
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- 25 Jun, 2021

जम्मू और कश्मीर के नेताओं की केंद्र सरकार के साथ सर्वदलीय बैठक का होना अपने आप में चमत्कार से कम न था।
दूसरा चमत्कार
पहला चमत्कार तो खुद बैठक का आयोजन रहा जिसके बाद अब कोई गुपकार को ‘गैंग’ नहीं कह सकता। वे मोदी-शाह से मिलने वाले सियासी रिश्तेदार हो गये। मगर, दूसरे चमत्कार की किसी ने अपेक्षा नहीं की थी। यह दूसरा चमत्कार था अनुच्छेद 370 पर सभी 8 दलों का का रुख।
किसी ने अनुच्छेद 370 को पुनर्बहाल करने की चर्चा तक नहीं की। कहीं इस दूसरे चमत्कार की वजह पहला ही चमत्कार तो नहीं? प्रश्न तो उठेंगे।