19 वीं शताब्दी की विश्व प्रसिद्ध ब्रिटिश लेखिका पॉलिन डायना का एक कथन है, 'आप जिस पर चाहें  विश्वास करें, लेकिन जो कुछ भी आप पढ़ें उस पर प्रशन उठाए बिना विश्वाश न करें।'