लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील के किनारे छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा पर पर्यावरण कार्यकर्ताओं और लद्दाख के एक्टिविस्टों ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि यह "सांस्कृतिक वर्चस्व" और हिमालय में संवेदनशील पर्यावरण का "अपमान" बताया है।
लद्दाख में शिवाजी की प्रतिमा लगाने का विरोध हो रहा है। प्रतिमा हालांकि सेना ने लगाई है लेकिन समझा जा सकता है कि सेना ने यह कदम क्यों और किसके आदेश पर उठाया होगा। लद्दाख के एक्टिविस्टों का कहना है कि यह लद्दाखी संस्कृति का अपमान है। प्रतिमा लगाने से पहले स्थानीय लोगों को सेना ने विश्वास में नहीं लिया।

लद्दाख में झील के किनारे शिवाजी की प्रतिमा