एआईएमआईएम यानी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के प्रवक्ता वारिस पठान ने एक विवादित बयान दिया है। नागिरकता क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा कि 100 करोड़ पर 15 करोड़ भारी पड़ेंगे। उनके इस बयान को धार्मिक अलगाव पैदा करने वाला बताया गया। चौतरफ़ा आलोचना के बावजूद उन्होंने माफ़ी माँगने से इनकार कर दिया है और कहा है कि उनका बयान संविधान के दायरे में है। इधर पुणे के एक बीजेपी कार्यकर्ता ने दक्कन पुलिस थाने में पठान के ख़िलाफ़ लिखित में शिकायत दर्ज कराई है।