क्या मतदाता की जानकारी के बिना उसके ज़िंदा रहते वोटर लिस्ट से उसका नाम हट सकता है? कर्नाटक की अलंद विधानसभा में 2023 चुनाव से पहले क़रीब छह हज़ार मतदाताओं के नाम इसी तरह से हटाने की कोशिश की गई थी। इन मतदाताओं को पता भी नहीं था और किसी ने नाम हटाने के लिए फॉर्म 7 भर दिया। शिकायत पर सीआईडी ने जाँच शुरू की, लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि ऐसा करने की किसने साज़िश रची।
कर्नाटक के 6000 वोटरों को हटाने के लिए फर्जीवाड़ा? ECI के डेटा नहीं देने से जाँच रुकी!
- कर्नाटक
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- 7 Sep, 2025
कर्नाटक में 2023 चुनाव से पहले 5,994 वोटरों के नाम हटाने के लिए फर्जीवाड़ा करने के आरोप लगे। फर्जीवाड़े के आरोप पर सीआईडी ने जाँच शुरू की। जानिए, चुनाव आयोग ने ऐसा क्या किया कि जाँच अटक गई। जानें पूरा मामला।

तो अलंद विधानसभा क्षेत्र में 5,994 वोटों को 'चुराने' की साजिश की जांच अब ठहर गई है। चुनाव आयोग यानी ईसीआई द्वारा आईपी लॉग्स, सेशन डिटेल्स और ऐप्स के यूज के स्टेप-बाय-स्टेप जैसे तकनीकी डेटा न साझा करने से कर्नाटक पुलिस के सीआईडी विभाग की जांच रुक गई है। यह मामला 2023 विधानसभा चुनाव से जुड़ा है, जहां फॉर्म 7 का दुरुपयोग कर वोटरों के नाम हटाने की कोशिश की गई थी।