कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ भाजपा का एक साल से चल रहा अभियान शनिवार को रंग लाया, जब आरएसएस के पुराने कार्यकर्ता और भाजपा नेता रहे राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने कथित भ्रष्टाचार के आरोप में मुख्यमंत्री के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी। यह सब ठीक उसी अंदाज में हुआ, जैसा दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ हुआ। केजरीवाल के खिलाफ बिना सबूत पेश किए उन्हें जेल भेज दिया गया। ममता बनर्जी को परेशान करने का अभियान पिछले पांच वर्षों से ज्यादा समय से चल रहा है लेकिन भाजपा को कामयाबी नहीं मिली। अलबत्ता आरोप यह लगा कि पहले जगदीप धनखड़ ने, फिर मौजूदा गवर्नर सीवी आनंद बोस ने और कोलकाता हाईकोर्ट के कुछ फैसलों ने ममता के खिलाफ माहौल बनाया।
कर्नाटकः क्या मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी राजभवन की साजिश का शिकार हुए?
- कर्नाटक
- |
- 29 Mar, 2025
कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने शनिवार को कथित MUDA घोटाले में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी। दिल्ली, झारखंड, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल के बाद कर्नाटक के गवर्नर भी वहां की विपक्ष शासित सरकार को परेशान करने के घेरे में आ गए हैं। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव भाजपा जिस तरह हारी थी, उस अपमान को भाजपा आलाकमान अभी भुला नहीं पाया है। कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष का आरोप है कि राजभवनों का इस्तेमाल भाजपा आलाकमान (मोदी-शाह) अपना मकसद पूरा करने के लिए कर रहे हैं। जानिए पूरा घटनाक्रमः

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया