कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ भाजपा का एक साल से चल रहा अभियान शनिवार को रंग लाया, जब आरएसएस के पुराने कार्यकर्ता और भाजपा नेता रहे राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने कथित भ्रष्टाचार के आरोप में मुख्यमंत्री के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी। यह सब ठीक उसी अंदाज में हुआ, जैसा दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ हुआ। केजरीवाल के खिलाफ बिना सबूत पेश किए उन्हें जेल भेज दिया गया। ममता बनर्जी को परेशान करने का अभियान पिछले पांच वर्षों से ज्यादा समय से चल रहा है लेकिन भाजपा को कामयाबी नहीं मिली। अलबत्ता आरोप यह लगा कि पहले जगदीप धनखड़ ने, फिर मौजूदा गवर्नर सीवी आनंद बोस ने और कोलकाता हाईकोर्ट के कुछ फैसलों ने ममता के खिलाफ माहौल बनाया।