कांग्रेस ने केरल में राहुल गांधी को कथित मौत की धमकी देने वाले बीजेपी पैनलिस्ट के बयान की कड़ी निंदा की और सख्त कार्रवाई की मांग की।
लोकसभा चुनाव में धांधली हो सकती है और हुई भी, चुनाव प्रणाली मृत: राहुल गांधी
टीवी डिबेट में बीजेपी के एक प्रवक्ता ने सीधे-सीधे धमकी दे दी कि 'राहुल गांधी को सीने में गोली मार दी जाएगी।' इसके बाद इस पर बवाल हो गया। केरल में कांग्रेस ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी पैनलिस्ट द्वारा कथित तौर पर दी गई 'मौत की धमकी' की कड़ी निंदा की है और पैनलिस्ट को गिरफ़्तार करने की मांग की है।
यह विवादास्पद बयान शुक्रवार यानी 26 सितंबर की रात में न्यूज़18 केरल चैनल पर लद्दाख हिंसा को लेकर एक टीवी डिबेट के दौरान सामने आया। इसमें पूर्व एबीवीपी नेता और बीजेपी की ओर से पैनलिस्ट प्रिंटु महादेव ने राहुल गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें 'सीने में गोली मार दी जाएगी।'
कांग्रेस ने इसे न केवल राहुल गांधी के ख़िलाफ व्यक्तिगत हमला माना, बल्कि मौत की एक गंभीर धमकी करार दिया। कांग्रेस कार्य समिति यानी सीडब्ल्यूसी के सदस्य रमेश चेन्निथला ने मांग की कि केरल पुलिस को प्रिंटु महादेव के ख़िलाफ़ तत्काल मामला दर्ज करना चाहिए। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'एक बीजेपी प्रवक्ता ने खुले तौर पर लोकसभा में विपक्ष के नेता के खिलाफ मौत की धमकी दी है। फिर भी, पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली केरल पुलिस इस मामले में कार्रवाई करने में हिचक रही है। यह बीजेपी और सीपीआई (एम) के बीच सांठगांठ को दिखाता है।'
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन ने भी इस टिप्पणी की निंदा की और कहा, 'यह चौंकाने वाला है कि पुलिस ने अभी तक इस धमकी पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई नहीं की।' उन्होंने इस बयान को न केवल राहुल गांधी के खिलाफ बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ एक हमला बताया।
कांग्रेस की मांग- तत्काल गिरफ्तारी हो
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और विधायक सनी जोसेफ ने प्रिंटु महादेव के खिलाफ तत्काल मामला दर्ज करने और उनकी गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी एक ऐसे नेता हैं जो देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने और एकता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। वह संसद के अंदर और बाहर लोगों के मुद्दों के लिए अथक लड़ाई लड़ते हैं। बीजेपी उनके विचारों का राजनीतिक रूप से मुकाबला करने में असमर्थ है, इसलिए अब वे उन्हें शारीरिक रूप से खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।' सनी जोसेफ ने सवाल उठाया कि क्या बीजेपी का राष्ट्रीय और राज्य नेतृत्व इस धमकी देने वाले प्रतिनिधि को पार्टी से निष्कासित करने की हिम्मत दिखाएगा।
कांग्रेस नेताओं ने इस घटना को बीजेपी और केरल की सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) के बीच कथित गठजोड़ से जोड़ा। रमेश चेन्निथला ने कहा, 'पिनराई विजयन की सरकार इस मामले में चुप्पी साधे हुए है, जो उनके और बीजेपी के बीच छिपे हुए रिश्ते को उजागर करता है।' उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केरल में सीपीआई (एम) और बीजेपी के बीच एक 'अघोषित समझौता' है, जिसके तहत विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।
राहुल को पहले भी मिलीं धमकियाँ
यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी को धमकी का सामना करना पड़ा है। 2016 में पुडुचेरी में एक चुनावी रैली से पहले उन्हें एक गुमनाम पत्र के जरिए धमकी दी गई थी, जिसमें कहा गया था कि उन्हें 'टुकड़ों में उड़ा दिया जाएगा।' उस समय कांग्रेस नेताओं ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की थी। इसके अलावा, अगस्त 2025 में राहुल गांधी ने दावा किया था कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान विनायक दामोदर सावरकर पर उनकी टिप्पणी के बाद उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जैसा अंजाम भुगतने की धमकी दी गई थी।
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब केरल में कांग्रेस और सीपीआई (एम) के बीच पहले से ही तनाव चल रहा है। राहुल गांधी ने हाल ही में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर बीजेपी के खिलाफ नरम रुख अपनाने और उन पर व्यक्तिगत हमले करने का आरोप लगाया था।
राहुल गांधी के खिलाफ कथित मौत की धमकी ने केरल और राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है। यह घटना न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा के मुद्दे को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि राजनीतिक विमर्श में हिंसा और धमकी की भाषा का उपयोग बढ़ रहा है।