सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में अजीब सा वाकिया देखने को मिला, शुरुआत हुई एक बैंच द्वारा मामला दूसरी बैंच में भेजे जाने को लेकर जिसपर दूसरी बैंच ने खुले तौर पर अपनी नाखुशी जताई। दूसरी बैंच जिसे केस ट्रांसफर किया गया था, उसका कहना है कि कोर्ट की बनी-बनाई परंपरा है, और वह परंपरा यह है कि केस की सुनवाई कौन सी बैंच करेगी इसका निर्णय चीफ जस्टिस करते हैं।

सीजेआई "मास्टर ऑफ रोस्टर" का प्रयोग करते हुए मामले बेंचों को सौंपते हैं। जूनियर जज इस मसले का निर्धारण नहीं करते हैं कि मामले को किसी अन्य बैंच के समक्ष सूचीबद्ध किया जाना चाहिए। सोमवार को कोर्ट में इस परंपरा का पालन न किए जाने पर जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस विक्रम नाथ की बैंच नाराज हो गई और अपनी नाखुशी जाहिर की।