‘मीडिया का मायाजाल’ मीडिया विषयक चार दर्जन लेखों का संग्रह है जिसमें बीते चार-पाँच साल में मीडिया के स्वभाव में आए परिवर्तन चिंता के साथ व्यक्त हुए हैं। यह पुस्तक लेखक डॉ. मुकेश कुमार के सतत लेखन का संकलन निश्चित रूप से है लेकिन इसका मज़बूत वैचारिक पक्ष पुस्तक को उपयोगी बनाता है। पत्रकारिता के छात्रों समेत हर वर्ग के लोगों के लिए यह पुस्तक महत्वपूर्ण है चाहे वे राजनीतिक हों या बुद्धिजीवी या फिर आम लोग।
मीडिया का मायाजाल: मीडिया के वीभत्स चेहरे को उघाड़ती एक किताब
- साहित्य
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- 7 Mar, 2021

डॉ. मुकेश कुमार की पुस्तक ‘मीडिया का मायाजाल’ मीडिया विषयक चार दर्जन लेखों का संग्रह है जिसमें बीते चार-पाँच साल में मीडिया के स्वभाव में आए परिवर्तन चिंता के साथ व्यक्त हुए हैं।
लेखक ने 3 दशक से अधिक समय के अपने पत्रकारीय अनुभवों से इस पुस्तक के हर पन्ने और पंक्तियों को बुना है। यह कहना ज़रूरी नहीं है कि लेखक पत्रकारिता की दुनिया में कितने नामचीन हैं क्योंकि इस परिचय के बगैर भी पाठक पुस्तक के कथ्य को सहज सहर्ष स्वीकार कर लेंगे। यही पुस्तक की खासियत है। तथ्य, कथ्य, विचार, अभिव्यक्ति का सौंदर्य… सबकुछ इस पुस्तक के बागीचे में माली रूपी लेखक के तन-मन-धन से बोए गये हैं, संजोए गये हैं।