पहले चरण के मतदान के बाद सियासी दलों की धड़कनें बढ़ गई हैं। मतदाताओं की खामोशी से सियासी दल और चुनाव में किस्मत आजमा रहे उम्मीदवार पहले ही परेशान थे, अब मतदान के बाद अंदाज़ा लगाना मुश्किल हो रहा है कि सत्ता की चाबी किसके हाथ लगेगी। ऐसे में सभी दल पहले चरण में बढ़त के अपने-अपने दावे करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। जहाँ बीजेपी के नेता यह दावा कर रहे हैं कि पहले चरण में जनता ने राष्ट्र की सुरक्षा जैसे मुद्दों पर वोट दिया है वहीं कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों का दावा है कि जनता ने बेरोज़गारी और किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार की नाकामियों के ख़िलाफ़ वोट दिया है।