ममता बनर्जी ने कहा कि लोग कहते हैं कि इंदिरा गाँधी ने इमर्जेंसी लागू कर दी थी, जो बुरा था। पर आज स्थिति बदतर है। आज इमर्जेंसी से भी बुरा हाल है, प्रेस समेत सबके बोलने की आज़ादी छीन ली गई है। उन्होने मोदी की तुलना हिटलर और मुसोलिनी से करते हुए कहा कि वे मोदी के आदर्श हैं, ऐसे लोगों के लिए भारत में कोई जगह नहीं है। 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की यूनाइटेड इंडिया रैली में मंच पर बैठे नेता और मैदान में मौजूद लाखों लोग।

यूनाइटेड इंडिया रैली को लेकर टीएमसी समर्थकों में जबर्दस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।

कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मेगा रैली में  20 विपक्षी दलों के नेताओं का जमघट लगा हुआ है। बताया जा रहा है कि क़रीब 8 लाख लोग रैली में पहुँचे हैं।

रैली में शामिल होने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और अभिषेक मनु सिंघवी (कांग्रेस), अरविंद केजरीवाल (आप), फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला (नैशनल कॉन्फ्रेंस), अखिलेश यादव (एसपी), सतीश मिश्रा (बीएसपी), एम.के. स्टालिन (डीएमके), एच.डी. देवेगौड़ा और उनके बेटे कुमारस्वामी (जेडीएस), शरद पवार (एनसीपी), चंद्रबाबू नायडू (टीडीपी), तेजस्वी यादव (आरजेडी), अजीत सिंह और जयंत चौधरी (आरएलडी) हेमंत सोरेन (जेएमएम), शरद यादव (लोकतांत्रिक जनता दल) पहुँचे हैं। 

ममता बनर्जी की रैली पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा- 'ये सब थके पिटे हुए पहलवान हैं जो अखाड़े में जाकर फिर अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं। पहला गठबंधन (कर्नाटक में) ही इस हाल में है तो आगे का क्या होगा?'