क्या किसी ख़ास मुद्दों पर किताबें पढ़ना या रखना किसी अपराध का सबूत हो सकता है? मध्य प्रदेश पुलिस ने एक एक्टिविस्ट के ख़िलाफ़ दायर चार्जशीट में फासीवाद पर एक हिंदी किताब और कम्युनिस्ट आंदोलन पर किताब को सबूत के रूप में शामिल किया है। आरोपी एक्टिविस्ट सौरव बनर्जी 'हाउ वी ऑट टू लिव' यानी HOWL के सह-संस्थापक हैं। उन पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है।